ज्योतिष डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: कशिश मिश्रा Updated Fri, 15 Jul 2022 01:49 PM IST

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बेहद अशुभ होते हैं इस तरह के सपने
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Dream Interpretation: सोते समय हर किसी को सपने जरूर आते होंगे, लेकिन नींद खुलने के बाद कुछ सपने भूल जाते हैं, तो वहीं कुछ सपने याद रह जाते हैं। स्वप्न शास्त्र में हर सपने का कोई न कोई मतलब जरूर होता है। स्वप्न शास्त्र के अनुसार कुछ सपने शुभ होते हैं तो वहीं कुछ सपनों का मतलब अच्छा नहीं माना जाता है। कुछ सपने ऐसे होते हैं जो हमारे भविष्य से जुड़े हुए होते हैं। स्वप्न अवचेतन मन में चल रहे विचारों के अलावा भविष्य की घटनाओं का भी इशारा देते हैं। कहा जाता है कि सपने में जब कुछ दिखता है तो इसके पीछे कई तथ्य छिपे होते हैं। इन्हीं में से एक तथ्य है मृत्यु का संकेत। लोक मान्यताओं के अनुसार, मृत्यु से पहले इंसान के जीवन में कुछ संकेत आते हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि ये संकेत आपको सपने में भी आ सकते हैं या फिर आपके आस-पास कुछ इस तरह की घटनाएं होनी शुरू हो जाती हैं। आज हम स्वप्न शास्त्र के अनुसार कुछ ऐसे सपनों के बारे में जानेंगे जो बेहद अशुभ माने जाते हैं। कहा जाता है कि ऐसे सपने मृत्यु का संकेत देते हैं...

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बेहद अशुभ होते हैं इस तरह के सपने
यदि आपके सपने में ढोल नगाड़े बजने लगते हैं, तो समझ जाइए आपके साथ कुछ बुरा होने वाला है। यह शुभ संकेत नहीं है। इसके अलावा यदि आप किसी का मुंडन करते देख रहे हैं तो यह भी अच्छा नहीं है। ऐसे सपने रिश्तेदार में किसी की मौत का इशारा देते हैं।

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बेहद अशुभ होते हैं इस तरह के सपने
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने में किसी स्त्री को बिना कपड़ों केदेखना अशुभ संकेत होता है। कहा जाता है इससे मौत नजदीक आती है।

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बेहद अशुभ होते हैं इस तरह के सपने
सपने में भगवान के दर्शन हो रहे हैं तो इसे बेहद शुभ माना जाता है। वहीं अगर सपने में आपने भगवान की टूटी हुई मूर्ति देख ली है तो इसे अच्छा नहीं माना जाता है।स्वप्न शास्त्र के अनुसार, ऐसे में आपकोकहीं सेबुरी खबर सुनने को मिल सकती है।

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बेहद अशुभ होते हैं इस तरह के सपने
स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने में ऊपर से वृक्ष का गिरना अशुभ माना जाता है। अगर कोई वृक्ष बहुत ऊंचाई से गिरता है इसका मतलब होता है मृत्यु आपके नजदीक है।
नोट : यह लेख लोक परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं आधारित है। अमर उजाला किसी भी तरह के अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता और न ही ऐसे किसी प्रयोग के परिणाम का दावा करता है।
FAQs
जब आप सपने में मौत का सपना देखते हैं तो इसका क्या मतलब होता है? ›
मृत्यु के बारे में सपने दुःख के साथ वर्तमान संघर्ष का संकेत दे सकते हैं, या एक महत्वपूर्ण जीवन परिवर्तन का संकेत दे सकते हैं। वे असंसाधित भावनाओं का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं, या एक अलग तरह के अलविदा का अनुभव कर सकते हैं, जैसे ब्रेकअप से गुजरना, नौकरी छोड़ना या स्थानांतरित करना।
सपने का संकेत क्या होता है? ›स्वप्न शास्त्र के अनुसार हर सपने का कोई ना कोई मतलब जरूर होता है. स्वप्न शास्त्र में हर सपने की विस्तार से व्याख्या की गई है. यह सपने हमें भविष्य में घटित होने वाले घटनाओं का संकेत देते हैं. इन सपनों के जरिए ये समझा जा सकता है कि आपके साथ कुछ अच्छा होने वाला है या आपको कुछ सावधानी बरतने की जरूरत है.
अपने पूर्वज का सपना देखने का क्या मतलब है? ›अगर सपने में आपको आपके पूर्वज दिखाई देते हैं तो इसका संकेत है कि या तो उनकी कोई इच्छा अधूरी रह गई है या फिर वो आपको किसी आगामी घटना का आभास करा रहे हैं. वहीं सपने में पितरों को मिठाई बांटते हुए देखना शुभ होता है. स्वप्न शास्त्र के अनुसार सपने में अपने पितरों को मुस्कुराते हुए देखना अच्छा माना जाता है.
किसी को मरते हुए देखना क्या होता है? ›इसका मतलब सपने देखने वाले की जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव आने वाला होता है। वो बदलाव शुभ दिशा के ओर होता है। # सपने में अपनी या अपने किसी निकट परिजन के मृत्यु को देखना शुभ माना गया है। स्वप्न ज्योतिष के अनुसार जब भी आप किसी प्रियजन की मृत्यु अपने सपने में देखते हैं तो यह उनकी आयुया में बढ़ोत्तरी कारा सिद्ध होता है।
कौन सा सपना किसी को नहीं बताना चाहिए? ›स्वप्न शास्त्र के अनुसार, हर सपने को अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को नहीं बताना चाहिए। जो सपने आपको आर्थिक लाभ देते हैं यदि वो सपने हम किसी को बता दें तो हमें लाभ के बदले नुकसान हो सकता है।
कोई इंसान बार बार सपने में क्यों आता है? ›ऐसा भी हो सकता है कि वो सपना आपकी एंग्जाइटी या फिर स्ट्रेस को दिखा रहा हो जो उस इंसान से जुड़ा हुआ हो या उसके आस-पास के माहौल से जुड़ा हो।
अगर हम सुबह वापस सो जाते हैं तो हमें बुरे सपने क्यों आते हैं? ›चूंकि रात बढ़ने के साथ REM नींद लंबी होती जाती है, आप अक्सर पाते हैं कि बुरे सपने शुरुआती घंटों में आते हैं , यही वजह है कि बहुत से लोग सुबह के बुरे सपने अनुभव करते हैं।
कौन से सपने अशुभ होते हैं? ›यदि आप बाढ़ या फिर गंदा पानी देखते हैं तो यह सपना शुभ नहीं माना जाता है। इसी तरह से सपने में सूर्यास्त (डूबता हुआ सूरज) देखना शुभ नहीं माना जाता है। मान्यता है कि ये सपने आपके जीवन में किसी अशुभ घटना का संकेत हो सकते हैं। सपने में समुद्र देखना भी अशुभ स्वप्न माना जाता है।
डरावने सपने आने का क्या कारण है? ›अक्सर काम का तनाव अन्य तमाम वजहों से होने वाले वाले तनाव की वजह से लोगों को नींद नहीं आती है. ऐसे में नींद के अधूरेपन के बीच व्यक्ति को जब भी गहरी और भरपूर नींद आती है तो रैपिड आई मूवमेंट (REM) नींद की स्टेज बढ़ जाती है . इसकी वजह से व्यक्ति को अधिक गहरे सपने आते हैं और कई बार ये सपने बहुत डरावने होते हैं.
पितरों से बात कैसे करें? ›दक्षिण दिशा में मुंह रखकर बांए पैर को मोड़कर, बांए घुटने को जमीन पर टीका कर बैठ जाएं। इसके बाद तांबे के चौड़े बर्तन में काले तिल, गाय का कच्चा दूध, गंगाजल और पानी डालें। उस जल को दोनों हाथों में भरकर सीधे हाथ के अंगूठे से उसी बर्तन में गिराएं। इस तरह 11 बार करते हुए पितरों का ध्यान करें।
सपने में पितरों से बात करना क्या होता है? ›
सपने में पूर्वजों से बात करना
यदि आपके सपने में आपके पूर्वज आपसे बात करते हैं तो ये बहुत शुभ संकते माना जाता है. ऐसे सपनों का मतलब होता है कि आपके जीवन में बहुत बड़ी उपलब्धि मिलने वाली है.
विज्ञान की भाषा में हम लोग आधुनिक इंसान हैं. अंग्रेजी में कहें, तो होमो सेपियन्स, जिनके पूर्वज अफ्रीका में रहते थे. दुनियाभर में हुई अब तक हुई पुरातात्विक खोजों में जो कुछ हाथ लगा है, उससे जानकार इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि हमारे सबसे करीबी रिश्तेदार होमो निएंडरथल थे.
मौत का मुख्य लक्षण क्या है? ›मृत्यु के काफी नजदीक पहुंचने के लक्षण
कहा जा सकता है कि वे समय-समय पर ही सांस लेते हैं. आपको ऐसा लगेगा कि उन्होंने अभी सांस ली और फिर कुछ सेकेंड तक सांस ली ही नहीं. कुछ लोगों के सांस लेने और छोड़ने के बीच इतना अंतराल आ जाता है कि परिजनों को अक्सर लगता है कि उन्होंने शरीर छोड़ दिया है.
बिच्छुओं के डंक मारने जितना होता है दर्द
मृत्यु के समय जैसे ही यमराज के दूत व्यक्ति के पास आते हैं और उसके प्राण निकालते हैं। तो उस दौरान व्यक्ति को 100 बिच्छुओं के डंक मारने जितना दर्द होता है। साथ ही व्यक्ति का मुंह अंदर से सूखने लगता है और उसकी लार आने लगती है।
आप की मौत कब होगी कैसे पता करें? अगर आप अपना mrutyu ka date जानना चाहते तो आपको एक वेबसाइट पर जाना होगा जो www.death_cloth.org है अगर में इस वेबसाइट की बात करें तो बहुत पुरानी है और लाखों लोग हर दिन इस वेबसाइट पर आ कर मृत्यु का समय कैसे जाने के में जानकारी लेते है ।
सबसे अच्छा सपना कौन सा होता है? ›अगर आपने रात की नींद में कोई ऐसा सपना देखा है कि आप दर्पण में अपने चेहरे को निहार रहे हैं तो ऐसे सपनों का परिणाम बहुत ही शुभ होता है। माना जाता है कि आपकी लव लाइफ में प्यार की मिठास और भी ज्यादा घुलने वाली है। ऐसा सपना किसी स्त्री से प्रेम बढ़ने का प्रतीक माना जाता है।
सपने का फल कब मिलता है? ›* सूर्योदय से पूर्व देखे जाने वाल स्वप्न का फल अतिशीघ्र प्राप्त होता है। * उषाकाल में देखे गए स्वप्न का फल दस दिन में मिलता है। * रात्रि के प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ प्रहर के स्वप्नों का फल क्रमशः एक वर्ष, आठ माह, तीन माह व छः दिन में मिलता है।
सपना कितने समय का होता है? ›रात के 10 बजे से 12 बजे के बीच देखे गए सपने कोई फल नहीं देते हैं। आमतौर पर ये सपने दिन में हुई घटनाओं का प्रारूप होते हैं। रात 12 बजे से 3 बजे के बीच देखे गए सपने सच हो सकते हैं लेकिन उन्हें सच होने में अमूमन 1 साल तक का समय लग जाता है।
क्या आपको किसी को बुरे सपने से जगाना चाहिए? ›उन्हें मत जगाओ
हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें जगाया न जाए और उन्हें एपिसोड के माध्यम से काम करने दिया जाए। यदि वे इसके माध्यम से सो सकते हैं तो उनके सपने को भूलने की अधिक संभावना है। दुःस्वप्न के बीच में उन्हें जगाना झकझोर देने वाला हो सकता है, जिससे उनके लिए इमेजरी को भूलना या वापस सोना मुश्किल हो जाता है।
अत्यधिक सपने देखने को आमतौर पर नींद के विखंडन और क्रमिक जागरण के कारण सपनों को याद रखने की क्षमता के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है। सपनों का आमतौर पर कोई विशेष चरित्र नहीं होता है, लेकिन कभी-कभी उनमें डूबने या घुटन से जुड़ी स्थितियां शामिल हो सकती हैं।
बुरे सपने किसका प्रतीक हैं? ›
दरअसल, अध्ययनों से पता चलता है कि दुःस्वप्न अक्सर अपूर्ण मनोवैज्ञानिक जरूरतों और/या जीवन के अनुभवों से हताशा से जुड़े होते हैं। फिर भी उन कड़ियों को बनाना हमेशा आसान नहीं होता है - आघात के मामलों को छोड़कर (नीचे चर्चा की गई है), हमारे दुःस्वप्न शाब्दिक प्रतिनिधित्व के बजाय रूपक के माध्यम से हमारी परेशानियों को दर्शाते हैं।
सुबह 6 00 बजे के सपने कैसे होते हैं? ›5 से 6 बजे प्रात:- ऐसे सपनों के फलीभूत होने का समय 1 महीना है। 7. प्रात: आंख खुलने से तुरंत पूर्व के स्वप्नों को दृष्टांत कहा जाता है। ऐसे सपने भाग्यशाली व्यक्तियों को आते हैं जिनका मन स्वस्थ एवं स्थिर होता है।
सपनों के देवता कौन है? ›अगर आप सपने में सृष्टि के संचालक भगवान विष्णु को देखते हैं इसका अर्थ है कि आपके भाग्य का उदय होने वाला है। साथ ही आपके सभी कष्ट दूर होने वाले हैं और धन-धान्य की पूर्ति के साथ ऐशवर्य की भी प्राप्ति होने वाली है।
कैसे पता करें कि घर में पितृ दोष है? ›कैसे पहचाने घर में पितृ दोष है ? (
पितृ दोष होने पर वैवाहिक जीवन में सदा तनाव बना रहता है. पति-पत्नी के बीच आए दिन झगड़े होते हैं. परिवार में एकता नहीं होती. अक्सर घर में क्लेश होते है, मानसिक शांति नहीं मिलती, बिना बात के घर में लड़ाई होना पितृ दोष के लक्ष्ण हैं.
पितरों को जल देते समय क्या बोलना चाहिए? जल देते समय ध्यान करें और वसु रूप में मेरे पिता जल ग्रहण करके तृप्त हों. इसके बाद जल जल दें. साथ ही अपने गोत्र का नाम लेकर बोलें, गोत्रे अस्मत्पितामह (पितामह का नाम) वसुरूपत् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जलं वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः.
घर में पितरों का स्थान कहाँ होना चाहिए? ›वास्तु शास्त्र के अनुसार, पितरों की तस्वीरों को हमेशा उत्तर की दिवारों पर लगाएं ताकि उनकी दृष्टि दक्षिण की ओर रहे। दक्षिण दिशा को यम और पितरों की दिशा माना गया है, इससे अकाल मृत्यु और संकट से बचाव होता है।
पितरों की आयु कितनी होती है? ›अनिरुद्ध जोशी धर्मशास्त्रों के अनुसार पितरों का निवास चंद्रमा के उर्ध्वभाग में माना गया है। ये आत्माएं मृत्यु के बाद 1 से लेकर 100 वर्ष तक मृत्यु और पुनर्जन्म की मध्य की स्थिति में रहती हैं।
अमावस्या के दिन पितरों को कैसे खुश करें? ›भौमवती अमावस्या को प्रात: गंगा नदी में स्नान करें या घर पर गंगाजल मिले पानी से स्नान करें. उसके बाद हाथ में कुश लेकर पितरों को जल से तर्पण दें. ऐसा करने से पितर तृप्त होते हैं. पितर लोक में जल की कमी होती है, इसलिए पितरों को जल से तर्पण देकर प्रसन्न किया जाता है.
पितरों के गुरु कौन हैं? ›पितृलोक के स्वामी यमराज हैं। जलदान से यमराज संतुष्ट होते हैं, तो पितरों को भी सुख मिलता है।
पहला आदमी कैसा दिखता था? ›इरेक्टस के बाद के नमूनों की तुलना में छोटे, अधिक आदिम दांत, एक छोटे समग्र आकार और पतले, कम मजबूत खोपड़ी थे। आधुनिक मनुष्यों की तुलना में इस प्रजाति का चेहरा भी बड़ा था। निएंडरथल की तरह, उनकी खोपड़ी हमारी तरह गोल होने के बजाय लंबी और नीची थी, और उनके निचले जबड़े में ठोड़ी नहीं थी।
हमारे पूर्वज क्या खाते थे? ›
इंग्लैंड में एक खोज से ये साबित हो गया है कि हमारे पूर्वज दूसरे इंसानों को मारते थे और उसे खा जाते थे। इससे पहले पूर्वजों के नरभक्षी होने को लेकर कई जगह जिक्र जरूर था, लेकिन इतने ठोस सबूत नहीं थे। नई खोज में इंसानों की हड्डियों पर इंसानों के दांत के निशान भी मिले हैं।
हमारे पहले पूर्वज कौन थे? ›अर्डीपिथेकस मानव वंश का सबसे पहला ज्ञात जीनस है और आस्ट्रेलोपिथेकस का संभावित पूर्वज है , जो आधुनिक मानव से निकटता से संबंधित है और अक्सर इसे पूर्वज माना जाता है। Ardipithecus 5.8 मिलियन और 4.4 मिलियन साल पहले के बीच रहता था।
मरने से पहले यमराज के चार संकेत कौन से हैं? ›तब यमराज ने बताया कि मैंने तुम्हें 4 संकेत भेजे थे, लेकिन तुम अपनी विलासितापूर्ण जीवनशैली के आगे उन संकेतों को समझ न सके. तब यमराज ने बताया कि मेरा पहना संकेत तुम्हारे सफेद बाल थे. दूसरा संकेत जब तुम्हारे दांत टूटने लगे. तीसरा संकेत आंखों की रोशनी चली जाता और चौथा इशारा शरीर के अंगों का काम न करना था.
मृत्यु के कुछ समय पहले इंसान को क्या क्या दिखाई देता है? ›अगर किसी व्यक्ति को कमजोरी की शिकायत नहीं है, तो अचानक से उठते, बैठते या फिर सफर करते समय आंखों के सामने अचानक अंधेरा सा छा जाता है। अगर यह चीज बार बार हो रही है तो तुरंत ही सतर्क हो जाए। अगर किसी व्यक्ति को पानी, तेल, शीशा या फिर अपनी ही परछाई अजब तरह की दिखने लगे, तो समझ लें कि मृत्यु के कुछ ही माह शेष है।
मरने से पहले क्या महसूस होता है? ›ऐसी स्थिति में अंतिम क्षण में मन भटकने लगता है और मृत्यु के समय कष्ट की अनुभूति होती है। पुराणों के अनुसार अगर मृत्यु के समय मन शांत और इच्छाओं से मुक्त हो तो बिना कष्ट से प्राण शरीर त्याग देता है और ऐसे व्यक्ति की आत्मा को परलोक में सुख की अनुभूति होती है।
मनुष्य के मरने का शुभ समय कौन सा है? ›माना जाता है कि तीन से चार बजे के बीच का समय मौत का टाइम होता है। लेकिन दिन के 3 बजे को शुभ माना जाता है, क्योंकि जीसस क्राइस्ट का निधन इसी समय हुआ था जबकि रात के 3 बजे को अशुभ कहा जाता है।
मरने से पहले 40 सेकंड क्या होता है? ›उन्होंने बताया है कि व्यक्ति की मृत्यु से ठीक 40 सेकेंड पहले एक अद्भुत घटना होती है. उस समय व्यक्ति के सामने उसके कई जन्मों की तस्वीरें तेजी से उसके आगे से गुजरती हैं.
मरने के बाद मुंह में सोना क्यों रखा जाता है? ›तुलसी और गंगाजल के साथ कुछ जगहों पर मृत्यु के समय व्यक्ति के मुंह में सोने की टुकड़ा भी रखा जाता है. ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
क्या ज्योतिष से मृत्यु की भविष्यवाणी की जा सकती है? ›जब एक ज्योतिषी मृत्यु की तिथि, स्थान और समय के आधार पर कुंडली को देख सकता है, तो वे यह जान सकते हैं कि उस व्यक्ति ने मृत्यु के समय क्या अनुभव किया था। मृत्यु चार्ट का अध्ययन करने वाले ज्योतिषियों का कहना है कि एक शांतिपूर्ण संक्रमण और एक हिंसक या आकस्मिक मृत्यु के मृत्यु चार्ट में महत्वपूर्ण अंतर है।
मृत्यु योग कब होता है? ›यदि स्त्री की कुण्डली में अशुभ ग्रह नीच राशि में हो या शत्रु दूसरे, सप्तम या अष्टम भाव में हो तो उसके पति के लिए मृत्यु योग बनता है। इसके साथ ही यदि स्त्री की कुंडली में अष्टम भाव में सूर्य हो तो यह योग पति की अकाल मृत्यु को दर्शाता है।
गीता के अनुसार मृत्यु क्या है? ›
ठीक इसके विपरीत अपनी आयु पूर्ण कर लेने के उपरांत आत्मा का जीर्ण-शीर्ण मरणधर्मा शरीर के त्याग को ही मृत्यु कहते हैं। वेद भगवान ने भी 'मृत्युरीशे' कहकर स्पष्ट कर दिया कि मृत्यु अवश्यंभावी है तो मृत्यु पर विजय कैसे प्राप्त की जा सकती है।
कौन से समय के सपने सच होते हैं? ›रात के 10 बजे से 12 बजे के बीच देखे गए सपने कोई फल नहीं देते हैं। आमतौर पर ये सपने दिन में हुई घटनाओं का प्रारूप होते हैं। रात 12 बजे से 3 बजे के बीच देखे गए सपने सच हो सकते हैं लेकिन उन्हें सच होने में अमूमन 1 साल तक का समय लग जाता है।
वैज्ञानिक रूप से सपने क्या होते हैं ›सपने एक सार्वभौमिक मानवीय अनुभव हैं जिसे नींद के दौरान संवेदी, संज्ञानात्मक और भावनात्मक घटनाओं की विशेषता वाली चेतना की स्थिति के रूप में वर्णित किया जा सकता है। सपने देखने वाले ने सामग्री, दृश्य छवियों और स्मृति की सक्रियता पर नियंत्रण कम कर दिया है।
सपने का असर कितने दिन तक रहता है? ›अगर कोई व्यक्ति रात के तीसरे प्रहर में कोई सपना देखता है तो तीन महीने के भीतर सपना सच होता है। रात के चौथे प्रहर जिसे ब्रह्म मुहूर्त का जाता है उस समय देखा गया सपना 10 से 15 दिनों में फलित होता है। लेकिन सुबह नींद खुलने से पहले कोई सपना देखते हैं तो उसका परिणाम एक से दो दिनों में ही सामने आ जाता है।